पुणे त्रासदी: इंद्रायणी नदी पर पुल टूटा, भीड़ में मची चीख-पुकार; अब तक 4 की मौत, 30 से अधिक घायल, कई लापता
🌉 पुणे में इंद्रायणी नदी पुल हादसा
🕒 घटना विवरण
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रविवार दोपहर लगभग 3:30 बजे, पुणे–मावल तहसील के कुंडमाला (तलेगांव दाभाडे) स्थित पुराने लोहे के पैदल पुल पर भारी भीड़ — लगभग 100–125 लोग, मोटरसाइकिल सहित — मौजूद थे। अचानक पुल ढह गया, जिससे लोग नदी में गिरे
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नदी का तेज बहाव, जो पहले से बारिश के कारण उफान पर था, तब भी लोगों को नीचे खींच ले गया
📉 हताहतों और बचाव कार्य
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4 लोगों की मौत हुई (2 घटनास्थल पर, 2 अस्पताल उपचार के दौरान) ।
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लगभग 32–51 घायल, जिनमें से 6–7 की हालत गंभीर बनी हुई है ।
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अब तक 38–50 लोग सुरक्षीत बचाए गए, लेकिन कुछ लोग अब भी फ़ंसे या नदी में बह गए हैं ।
🚑 राहत–बचाव अभियान
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NDRF, स्थानीय पुलिस, दमकल और प्रशासन — सभी विभाग जुटे हुए हैं। क्रेन और गोताखोरों की मदद से मलबा हटाकर बचाव जारी है प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने तुरंत CM फडणवीस से बातचीत कर मदद का आश्वासन दिया
🧾 कारण और प्राथमिक जांच
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पुल लगभग 30 साल पुराना, जर्जर व जंग लगा हुआ था, और पहले से बंद चल रहा था, फिर भी लोग उस पर चढ़ गए ।
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भारी भीड़ और मोटरसाइकिल के अतिरिक्त भार ने पुल को सहन नहीं किया ।
💰 मुआवज़ा और प्रशासनिक दिशा
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CM देवेंद्र फडणवीस ने मृतकों के परिजनों को ₹5 लाख मुआवज़ा और घायलों को मुफ्त चिकित्सा की घोषणा की ।
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उप-मुख्यमंत्री अजित पवार ने दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई व पुराने पुलों का स्ट्रक्चरल ऑडिट कराने का आदेश दिया ।
⚠️ राज्य और प्रतिक्रिया
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महाराष्ट्र CM कार्यालय ने बचाव और खोज संचालन में तेजी लाने की पुष्टि की ।
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पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी ने इस दुखद हादसे पर गहरा शोक जताया और केंद्र सरकार पर बुनियादी संरचनाओं की स्थिति पर सवाल उठाया ।
🔎 संक्षेप
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एक जर्जर, लगभग 30 साल पुराने पुल का भारी भीड़ में अचानक ढह जाना और तेज नदी बहाव के कारण 4 लोगों की मृत्यु, दर्जनों घायल और अभी भी लापता कुछ लोग।
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राहत–बचाव में कई एजेंसियाँ जुटी हैं, PM और राज्य प्रशासन सक्रिय।
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पुल की जर्जर स्थिति और प्रशासन की चेतावनी के बावजूद पुल पर भीड़ की वजह से यह हादसा हुआ।
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अब मृतकों को मुआवज़ा, घायलों का इलाज, और दोषियों व संरचनात्मक कमी की जांच का रास्ता खुल गया है।
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